Wednesday, 12 October 2022

SMALL THOUGHTS

☕☕

*जब हम अपनी वसीयत लिखेंगे, तब हमें पता चलेगा कि,*
*केवल एक व्यक्ति ऐसा है, जिसका हमारी संपति में कोई हक़ नही है,*
*"वह स्वयं हम ही है,"* 
*तो फिर चिंता किस बात की, मस्त रहे, स्वस्थ्य रहे, प्रसन्न रहे।*

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